बच्चों की सुस्ती दूर करने वाली 5 आदतें
बच्चों की सुस्ती दूर करने वाली 5 आदतें

कभी–कभी हम सबको आलस या सुस्ती महसूस होती है। लेकिन अगर यह आदत बन जाए, तो हमारी पढ़ाई, खेल और ज़िंदगी दोनों प्रभावित होते हैं। इसलिए आज मैं आपको पाँच ऐसी आदतों के बारे में बताऊँगा, जो आपकी सुस्ती को हमेशा के लिए दूर कर सकती हैं।
पहली आदत है – सुबह जल्दी उठना।
जो बच्चा सुबह जल्दी उठता है, वह पूरे दिन तरोताज़ा और ऊर्जावान रहता है। सुबह की ठंडी हवा और ताज़गी से दिमाग भी तेज़ चलता है।

दूसरी आदत है – रोज़ाना शारीरिक गतिविधि करना।
दौड़ना, खेलना, साइकिल चलाना या कोई खेल खेलना आपके शरीर को मज़बूत और दिमाग को सक्रिय बनाता है।
तीसरी आदत है – हेल्दी खाना।
आलू–चिप्स, कोल्ड–ड्रिंक और जंक फूड खाने से शरीर भारी हो जाता है और सुस्ती आती है। अगर आप दूध, फल, सब्ज़ियाँ और बादाम खाएँगे, तो शरीर को असली ऊर्जा मिलेगी।

चौथी आदत है – मोबाइल और टीवी का कम इस्तेमाल। ज़्यादा स्क्रीन देखने से दिमाग थक जाता है और शरीर भी आलसी हो जाता है। अगर आप इसका समय घटाएँगे, तो पढ़ाई और खेल में ज़्यादा मज़ा आएगा।
पाँचवी आदत है – अच्छी नींद लेना। अगर आप रोज़ आठ–नौ घंटे की नींद लेंगे, तो शरीर बिल्कुल ताज़ा और दिमाग तेज़ रहेगा। नींद अधूरी होने पर ही सबसे ज़्यादा आलस महसूस होता है।
