यह घटना शनिवार सुबह की है जब अमृतसर–सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12204) पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के सिरहिंद स्टेशन के पास से गुजर रही थी। अचानक ट्रेन के एक एसी कोच (G-19) से धुआँ निकलता दिखाई दिया, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।

समय था करीब सुबह 7 बजकर 22 मिनट, जब ट्रेन रफ्तार में थी और कई यात्री सो रहे थे। तभी कोच में मौजूद कुछ लोगों ने धुआँ महसूस किया और तुरंत चेन खींचकर ट्रेन को रोक दिया। कुछ यात्रियों ने खिड़कियाँ तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश की। रेल कर्मियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड, रेलवे पुलिस (GRP) और RPF की टीम मौके पर पहुँच गई।

आग को फैलने से रोकने के लिए तीन कोचों को बाकी ट्रेन से काटकर अलग कर दिया गया। जिस कोच में आग लगी थी, वह पूरी तरह जल गया, जबकि उसके दोनों तरफ लगे कोचों को हल्का नुकसान पहुँचा। रेलवे कर्मचारियों और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया।

सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई, लेकिन एक 32 वर्षीय महिला यात्री को हल्की जलन आई है, जिसे तुरंत फतेहगढ़ साहिब सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, महिला की हालत खतरे से बाहर है।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि आग लगने की प्राथमिक वजह बिजली के तारों में शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। हालांकि, मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है जो यह पता लगाएगी कि आग कैसे और कहाँ से शुरू हुई।

इस हादसे के कारण करीब छह अन्य ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा, कई घंटों तक रेल यातायात बाधित रहा। कुछ ट्रेनों को डायवर्ट किया गया, जबकि कुछ को पास के स्टेशनों पर रोकना पड़ा।
यात्रियों ने बताया कि यदि समय रहते ट्रेन नहीं रोकी जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। कई यात्रियों ने ट्रेन कर्मचारियों की सतर्कता और फायर ब्रिगेड की तत्परता की सराहना की।

रेलवे प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है, और ट्रेन की मरम्मत के बाद इसे आगे की यात्रा के लिए रवाना किया गया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए सभी गरीब रथ ट्रेनों की तकनीकी जांच की जाएगी।
—














