जीएसटी सुधारों पर फडणवीस ने पीएम मोदी की दूरदर्शिता को बताया ऐतिहासिक पहल
जीएसटी सुधारों पर फडणवीस ने पीएम मोदी की दूरदर्शिता को बताया ऐतिहासिक पहल
नई दिल्ली/मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राष्ट्र के नाम संबोधन में जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) सुधारों की घोषणा की। इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे एक “ऐतिहासिक पहल” बताते हुए पीएम मोदी की दूरदर्शिता और मजबूत नेतृत्व की सराहना की।
फडणवीस ने कहा कि भारत लंबे समय से एक ऐसी कर प्रणाली की तलाश में था जो सरल हो, पारदर्शी हो और आम नागरिकों तथा कारोबारियों दोनों को राहत दे। प्रधानमंत्री मोदी ने यह साहसिक कदम उठाकर न केवल आर्थिक सुधारों की नई दिशा तय की है, बल्कि भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूत स्थान दिलाने का रास्ता भी खोला है।
कर प्रणाली में बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि अब तक भारत की कर व्यवस्था जटिल और बोझिल मानी जाती थी। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग टैक्स दरें होने से कारोबारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। नई जीएसटी सुधार नीति इन समस्याओं को दूर करेगी।
उनके अनुसार, अब एक समान कर ढांचा लागू होने से “एक राष्ट्र, एक कर” की परिकल्पना साकार होगी। इससे न केवल उद्योग जगत को सुविधा होगी, बल्कि छोटे और मझोले कारोबारियों को भी राहत मिलेगी।
आम जनता को लाभ
फडणवीस ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी सुधार सिर्फ कारोबारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि आम जनता को भी इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
- रोजमर्रा की वस्तुओं पर कर का बोझ घटेगा।
- उपभोक्ताओं को कम कीमत पर सामान उपलब्ध होगा।
- टैक्स चोरी पर लगाम लगने से सरकार की आय बढ़ेगी और इस राजस्व का उपयोग जनता की भलाई में होगा।
उन्होंने कहा कि यह सुधार गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए राहत लेकर आएंगे।
व्यापार में सरलता और पारदर्शिता
फडणवीस का मानना है कि नई व्यवस्था से राज्यों के बीच व्यापार करना आसान होगा। अब तक कंपनियों को हर राज्य के अलग टैक्स नियमों का सामना करना पड़ता था, जिससे समय और धन दोनों की हानि होती थी।
नई प्रणाली में सभी राज्यों के लिए एक समान कानून होगा। इससे न केवल व्यापार सुगम होगा, बल्कि अंतरराज्यीय निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। यह कदम भारत को “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” की वैश्विक रैंकिंग में आगे ले जाएगा।
भ्रष्टाचार और टैक्स चोरी पर रोक
मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शी कर ढांचा भ्रष्टाचार को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा।
- डिजिटल रिकॉर्डिंग और ऑनलाइन लेन-देन से टैक्स चोरी मुश्किल होगी।
- सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
- कर प्रणाली पर आम नागरिकों का विश्वास बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि यह सुधार न केवल आर्थिक मजबूती देगा बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में भी बड़ा कदम होगा।
पीएम मोदी की दूरदर्शिता की तारीफ
फडणवीस ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत में ऐसे आर्थिक सुधार संभव हो पाए हैं।
- नोटबंदी, डिजिटलीकरण, मेक इन इंडिया, और अब जीएसटी सुधार – यह सब मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है।
- इन कदमों से भारत 21वीं सदी की वैश्विक अर्थव्यवस्था में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश को केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक और सामाजिक दृष्टि से भी सशक्त बनाया है।
विपक्ष पर अप्रत्यक्ष निशाना
फडणवीस ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कई बार सुधारों को केवल राजनीति की नजर से देखा जाता है। लेकिन जीएसटी सुधारों का लाभ देश की 140 करोड़ जनता को मिलेगा, इसलिए इसमें राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यह कदम देशहित में है और हर दल को इसे सकारात्मक नजरिए से देखना चाहिए।
उद्योग जगत की प्रतिक्रिया
फडणवीस ने यह भी जोड़ा कि व्यापार जगत और निवेशक समुदाय ने भी जीएसटी सुधारों का स्वागत किया है।
- छोटे व्यापारी कर प्रणाली की सरलता को लेकर उत्साहित हैं।
- बड़ी कंपनियों को अंतरराज्यीय लेन-देन में आसानी होगी।
- विदेशी निवेशक भारत को निवेश के लिए और आकर्षक मानेंगे।
उन्होंने इसे “विकास और विश्वास” का कदम बताते हुए कहा कि भारत में अब कारोबार करना और अधिक सरल होगा।
जनता का विश्वास और भविष्य की राह
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि जीएसटी सुधार न केवल वर्तमान के लिए बल्कि भविष्य की आर्थिक नींव को मजबूत करेंगे।
- यह देश को रोजगार सृजन, निवेश बढ़ाने और सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध कराएगा।
- देश की नई पीढ़ी को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल रहेगा।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान स्पष्ट करता है कि जीएसटी सुधारों को देश में बड़े आर्थिक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और नेतृत्व ने भारत की कर प्रणाली को नया रूप दिया है।
इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि कारोबार और उद्योग जगत को भी नई ऊर्जा मिलेगी। भ्रष्टाचार पर रोक, टैक्स चोरी पर लगाम और व्यापार में पारदर्शिता – ये सभी तत्व इस सुधार को ऐतिहासिक बनाते हैं।
फडणवीस का कहना है कि यह कदम भारत को 21वीं सदी की वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।